जबलपुर । प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में एक महिला ने कोर्ट के मंदिर में शादी रचाई और हजारों रुपए नगद और जेवरात लेकर फरार हो गई। लुटेरी दुल्हन की इस हरकत से कोर्ट के बाहर हंगामा मच गया। जिसके बाद शादी कराने वाली एक महिला को अधिवक्ताओं ने पकड़ लिया। जो लुटेरी दुल्हन की मौसी बताई जा रही है। ओमती थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। सभी पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं। वहीं रेनू की तलाश की जा रही है। जांच उपरांत एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। ओमती पुलिस ने बताया कि लालबाग वार्ड क्रमांक-11 छिंदवाड़ा निवासी दशरथ पटेल राधाकृष्ण वार्ड भानतलैया दमोहनाका निवासी रेनू राजपूत के साथ जिला न्यायालय में शादी करने पहुंचा। दोनों की शादी में रेनू की मौसी मध्यस्थ थी। दोनों अपने स्वजन के साथ मंगलवार को न्यायालय पहुंचे। जहां रेनू ने शर्त रख दी कि वह कोर्ट परिसर स्थित मंदिर में शादी करेगी। जिसके बाद अनुबंध पत्र के आधार पर दोनों ने मंदिर में शादी की। विवाह उपरांत दशरथ नवविवाहिता रेनू को लेकर घर के लिए रवाना हुआ। वह जिला न्यायालय के बाहर सड़क तक पहुंचा था। तभी रेनू ने कहा कि उसे गाड़ी में बैठने में तकलीफ हो रही है। उसने दशरथ से गाड़ी रोकने के लिए कहा। दशरथ ने जैसे ही गाड़ी रोकी रेनू उससे उतर गई। जिसके बाद पीछे से पहुंची एक अन्य गाड़ी पर सवार होकर वह भाग गई। दशरथ ने बताया कि मध्यस्थ मौसी ने 35 हजार रुपये में शादी तय कराई थी। विवाह से पहले ही उसने रेनू को 35 हजार नकद, सोने का मंगलसूत्र, साड़ी व अन्य कपड़े तथा चूड़ी आदि दिए थे। कोर्ट के मंदिर में शादी रचाने के बाद वह धोखा देकर भाग गई। दशरथ ने आरोप लगाया कि रेनू पहले भी इस तरह की घटनाएं कर चुकी है।