जबलपुर । उप संचालक, पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय कार्यालय ने १४ नवंबर को कलेक्टर तथा नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर सूचित किया कि बादशाह हलवाई मंदिर ग्वारीघाट रोड पर एक पहाड़ी पर स्थित है, जो विभाग द्वारा संरक्षित स्मारक है। अत: प्राथमिकता के आधार पर स्मारक पर हो रहे अतिक्रम, खनन तथा निर्माण को हटाया जाए, जिससे स्मारक को सुरक्षित किया जा सके। यह पत्र पुरातत्व विभाग ने नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डॉ.पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव तथा डीआर लखेरा द्वारा दिनांक १४ नवंबर को भेजे गए नोटिस के जवाब में प्रेषित किया है। पत्र में जानकारी दी गई कि स्मारक पर हो रहे अतिक्रमण, खनन तथा निर्माण आदि का राजकुमार रौसल्या, प्रभारी मार्गदर्शक द्वारा दिनांक ७ नवंबर को निरीक्षण किया गया, जिसमें पाया गया कि स्मारक के चारों ओर से १०० मीटर के अंदर बहुत सारे मकान बनें हैं और खुदाई भी की गई है, भविष्य में इस खनन एवं निर्माण कार्य से स्मारक को क्षति हो सकती है। निरीक्षण पत्र में बताया है कि नगर निगम जबलपुर द्वारा पीएम आवास योजना के ऋण वहां के निवासियों को दिया जा रहा है, इसी कारण स्मारक के चारों ओर १०० मीटर के अंदर बहुत से मकान बने हुए हैं, इन लोगों द्वारा भविष्य में निर्माण कार्य से स्मारक को क्षति हो सकती है। 

पीएम आवास योजना ३०० मीटर के दायरे में न हो...............
नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच के डॉ.पीजी नाजपांडे, रजत भार्गव, डीआर लखेरा ने कलेक्टर तथा नगर निगम आयुक्त को पत्र भेजकर चिंता व्यक्त किया कि इस स्मारक के संरक्षित ३०० मीटर के परिधि में नगर निगम द्वारा पीएम आवास योजना की कार्रवाई क्यों की जा रही है, जैसा कि राज्य संरक्षित स्मारक बादशाह हलवाई मंदिर पोलीपाथर जिला जबलपुर का निरीक्षण प्रतिवेदन में बताया गया है।