जमानत मिलने के बाद तीन माह में ही की 50 से ज्यादा वारदात
नई दिल्ली । हत्या के मामले में दस साल जेल में रहने के बाद आरोपित को अच्छे व्यवहार की वजह से इस साल जनवरी में जमानत मिल गई, लेकिन अपराध करने की उसकी आदत नहीं छूटी, जिस कारण उसे फिर से सलाखों के पीछे जाना पड़ा। तीन महीने के भीतर ही उसने पचास से ज्यादा आपराधिक वारदात अंजाम दे दिया। बदमाश नबी करीम निवासी विनोद के पास से पुलिस ने चोरी के छह स्कूटर और तीन मोबाइल बरामद किए हैं।
मध्य जिला पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान के मुताबिक, वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) के इंचार्ज संदीप गोदारा की टीम झपटमारी और वाहन चोरी की वारदात करने वाले बदमाशों के ऊपर काम कर रही थी। पुलिस को इनपुट मिला देशबंधु गुप्ता रोड और करोल बाग इलाके में कुछ बदमाश आपराधिक वारदात करने वाले हैं। यह पता चलने पर झंडेवालान, रानी झांसी रोड, रोहतक रोड और देशबंधु गुप्ता रोड में सिविल ड्रेस में पुलिस ने गश्त कर रही थी। 24-25 अप्रैल की दरम्यानी रात एक स्कूटी गोल चक्कर रानी झांसी रोड से झंडेवालान की तरफ जाते नजर आई। पुलिस ने इस स्कूटी का नंबर वाहन स्कैन एप पर जांच किया तो पता चला वह 19 अप्रैल को ही रोहिणी से चुराई गई थी।