लखनऊ । राजधानी के बीबीडी स्थित निवाजपुर में बीती देर शाम ऑटो ड्राइवर ने सिलबट्टे से कूचकर लिव इन पार्टनर अंजली की हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो खून से लथपथ अस्पताल कर्मी अंजली फर्श पर पड़ी मिली। आनन-फानन में उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने अंजली को मृत घोषित कर दिया। वहीं, हत्या कर फरार हुए ऑटो ड्राइवर को बीबीडी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त सिलबट्टा बरामद कर लिया है।
एसीपी विभूतिखंड राधारमण सिंह ने बताया कि मूल रूप से सीतापुर के सिधौली निवासी अंजली वाल्मीकि (41) बाराबंकी स्थित हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (हिंद अस्पताल) में सफाई कर्मी थी। करीब आठ साल पूर्व पति संजय वाल्मीकि से विवाद होने के बाद वह बीबीडी के निवाजपुर में किराए के मकान में रहने लगी। अंजली के साथ बाराबंकी निवासी ऑटो ड्राइवर देवा विश्वकर्मा करीब 7-8 माह से लिवइन में रह रहा था। बीती शाम करीब 7 बजे दोनों लोग घर में थे। तभी किसी बात पर उनके बीच शुरू हो गया। तैश में आए देवा ने किचन में रखे सिलबट्टे से अंजली पर ताबड़तोड़ वार कर दिया। सिर पर वार होने से अंजली खून से लथपथ निढाल होकर जमीन पर गिर पड़ी। साथी किराएदार ने झगड़े की आवाज सुन कर मकान मालिक और पुलिस को सूचना दी। कंट्रोल रूम पर सूचना मिलते ही बीबीडी पुलिस मौके पर पहुंची। 
आनन-फानन में अंजली को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि अंजली और देवा में झगड़ा हो रहा था। घटना के बाद देवा भाग गया था। जिसे सर्विलांस की मदद से निवाजपुर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ ही रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसीपी ने बताया मृतका के परिजन को सूचना दी गई है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। एसीपी राधा रमण सिंह ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि अंजली के पांच बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा करीब 20 साल का है। कुछ वक्त पूर्व ही अंजली ने बेटियों की शादी की थी। वारदात के वक्त घर में सिर्फ अंजली और देवा ही थी।