अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल ने इस महीने नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने की बुधवार को घोषणा कर दी है। पॉवेल ने अमेरिकी संसद में दिए अपने बयान में कहा कि इस महीने से फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना शुरू कर देगा। अमेरिका में मुद्रास्फीति के बढ़ते स्तर से परेशान फेडरल रिजर्व के इस कदम की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी। यह वर्ष 2018 के बाद फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में बढ़ोतरी का पहला मौका होगा। 

फेडरल रिजर्व की 15-16 मार्च को होने वाली बैठक में मानक अल्पकालिक ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिए जाने की उम्मीद है। पॉवेल ने इसका ज्यादा संकेत नहीं दिया कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कितनी तेजी से करेगा। हालांकि बाजार के एक्सपर्ट्स उम्मीद कर रहे हैं कि रूस यूक्रेन संकट की वजह से दरों में तेज बढ़ोतरी की संभावनाएं कम हो गई हैं। क्योंकि संकट का अर्थव्यवस्थाओं पर असर देखने को मिलेगा। ।

पिछले एक साल की तुलना में पिछले महीने उपभोक्ता कीमतों में बढ़ोतरी 7।5 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह फरवरी 1982 के बाद से सालाना वृद्धि का सबसे ऊंचा स्तर है। आपूर्ति और श्रमिकों की कमी, अधिक संघीय सहायता, अति-निम्न ब्याज दरें और मजबूत उपभोक्ता खर्च के कारण पिछले एक साल में मुद्रास्फीति तेजी से बढ़ी। दिसंबर से जनवरी के बीच मुद्रास्फीति उसके पहले के महीने के समान 0।6 फीसदी थी और अर्थशास्त्रियों की अपेक्षा से अधिक थी। महंगाई दर में इसी तेजी की वजह से फेडरल रिजर्व दरों में बढ़ोतरी का फैसला ले रहा है।