आगरा । बहुजन समाज पार्टी के सुप्रीमों मायावती ने गरीबों को दिए जा रहे राशन का जिक्र करते हुए कहा है कि आपके टैक्स के रुपये से फ्री में थोड़ा सा राशन मिलता है। यह राशन, मोदी या भाजपा की की जेब से नहीं मिलता। इसलिए जब भाजपा और आरएसएस के लोग आएं और नमक का कर्ज याद दिलाएं तो आप उनके बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा कि बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। जिनकी भागेदारी है, उन्हें टिकट दी हैं। हमारी पार्टी ने चुनाव में सर्वसमाज को टिकट में उचित भागेदारी दी है। खासकर दलित समाज को दिए हैं। किसी एक बिरादरी को नहीं, बल्कि रिजर्व सीट पर हर एक को दिया है। निकाय चुनाव में वाल्मीकि समाज को टिकट दिया था। हमने जाटव समाज को आगरा में, सिकरी से ब्राह्मण को टिकट दिया है।  
बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि ये चुनाव फेयर हुआ और ईवीएम ठीक रही तो इनकी कोई गारंटी जुमलेबाजी काम नहीं आएगी। भाजपा ने अच्छे दिन का जो वादा किया, वह दिखते नहीं। इनका समय चहेते पूंजीपतियों, धन्ना सेठों के लिए लग रहा है। उनके आर्थिक सहयोग से ही संगठन चलता है। इलेक्ट्रोनिक बॉन्ड से पता चल गया है। किसान बीजेपी सरकार में दुखी हैं। यूपी में चार बार हम सीएम रहे, तब ध्यान रखते थे। किसान को सस्ते साधन दिए। फसल का उचित दाम दिया गया। योगी सरकार और केंद्र सरकार ने कांग्रेस की तरह जातिवादी, सम्प्रदाय वादी सोच से दलित, मुस्लिम, पिछड़ों को हक़ नहीं दिया।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जब सपा सरकार थी, तब एससीएसटी के लिए प्रमोशन में आरक्षण को खत्म कर दिया था। हमारी पार्टी ने संसद में मुद्दा उठाया तो सपा ने विरोध किया। कांग्रेस और बीजेपी ने संसद में बिल फाड़ दिया। ये बिल पास नहीं होने दिया। आरक्षण को लेकर जो बातें कर रहे हैं, ये दोनों ही विरोधी हैं। दोनों ही आरक्षण प्राइवेट सेक्टर में नहीं ला रहे, क्योंकि इनके पूंजीवादी दोस्त हैं। अल्पसंख्यक की हालत खराब है। केंद्र और राज्य की बीजेपी और आरएसएस की सरकार में मुस्लिम पर हिंदुत्व की आड़ में दुर्व्यवहार हो रहा है।