मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल में पहली रात थोड़ी रही असहज....
दिल्ली। आबकारी नीति घोटाले में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तिहाड़ जेल में पहली रात थोड़ी असहज रही लेकिन सुबह उनके लिए सामान्य रहा। उन्हें मधुमेह की समस्या है, इसे देखते हुए उन्हें सुबह जेल नियमावली के हिसाब से बिना चीनी वाली चाय व ब्रेड नाश्ते के तौर पर दिया गया। सुबह उन्होंने अखबारों पर भी सरसरी निगाह डाली, थोड़ी देर टीवी भी देखा।
जेल प्रशासन के अनुसार मुख्यमंत्री की दिनचर्या सामान्य है। सोमवार जेल संख्या दो में दाखिल होने के बाद मुख्यमंत्री के लिए मंगलवार सुबह की चाय पहली चाय थी। सोमवार जेल में दाखिल होने के बाद शाम साढ़े छह बजे, उन्होंने जेल में खाना जरूर खाया, लेकिन यह खाना जेल का नहीं उनके घर का था।
दरअसल कोर्ट से उन्हें घर से खाना मंगाने की अनुमति मिली है। लेकिन यह छूट केवल दिन व रात के भोजन के लिए है। चाय व नाश्ते का प्रबंध जेल प्रशासन द्वारा नियमावली के हिसाब से ही किया जाएगा।
रात में दो बार टूटी नींद
जेल सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री अपने सेल में पूरी तरह सहज हैं। खाना खाने के बाद रात में उन्होंने पूरी नींद ली। दो बार उनकी नींद टूटी, इस दौरान वे बिछावन पर बैठे नजर आए। लेकिन थोड़ी देर बैठने के बाद वे फिर सो गए। सुबह वे करीब छह बजे उठे।
सुबह नित्यक्रिया के बाद उन्होंने प्राणायाम किया। इसके बाद उन्हें चाय व नाश्ता दिया गया। दिन में वे सेल से बाहर भी निकले। इस दौरान उन्होंने सेल के सामने बने अहाते में चहलकदमी की।
मधुमेह पर जेल प्रशासन की पूरी नजर
मुख्यमंत्री को मधुमेह की समस्या है, इसे देखते हुए उनके स्वास्थ्य पर जेल के चिकित्सकों का पूरा ध्यान है। ब्लड सुगर का लेवल कम या अधिक नहीं हो, इसके लिए चिकित्सक समय समय पर जाकर उनका हाल ले रहे हैं। जरूरत पड़ने पर इसकी जांच भी हो रही है।
मुख्यमंत्री के सेल के बाहर तैनात किए गए जेलकर्मियों को इस बात के निर्देश दिए गए हैं कि यदि मुख्यमंत्री की स्थिति थोड़ी भी असहज नजर आए तो वे फौरन चिकित्सक या आसपास उपलब्ध अधिकारी से संपर्क कर पूरी स्थिति से अवगत कराएं।
सूत्रों के अनुसार मधुमेह के कारण जेल प्रशासन इस कदर सतर्कता बरत रहा है कि नाश्ते के उनके मैन्यू में आलू को हटा दिया गया है। आलू के बजाय केवल हरी सब्जी से बने नाश्ते का इंतजाम किया जा रहा है।