नई दिल्ली । दिल्ली हवाईअड्डे पर नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले एक धोखेबाज को गिरफ्तार किया गया है। मामले में एक और गंभीर बात यह है कि आरोपी ने हवाई अड्डे पर टी-3 पर कुछ लोगों को एस्केलेटर और लिफ्ट मैन के रूप में नौकरी पर रख भी लिया था। इनसे यह 16 अगस्त से काम ले रहा था। इन सभी की यह नाइट ड्यूटी लगाता था और इनकी अटेंडेंस के लिए रजिस्टर भी रखा हुआ था। कड़ी सुरक्षा के इंतजाम होने के बावजूद इन फर्जी लोगों को किसी ने नहीं पकड़ा। जबकि यहां सीआईएसएफ, दिल्ली पुलिस और एयरपोर्ट ऑपरेटर के भी सुरक्षा गार्ड घूमते रहते हैं।
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी तनु शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी का नाम हेमंत कुमार है। यह रोहन विहार नजफगढ़ का रहने वाला है। इसके पास से 12 एरोड्रोम एंट्री पास मिले हैं। इनमें 10 खाली और दो भरे हुए। एक जीएमआर स्टैंप लगा कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। इसने कम से कम 20 लोगों को ठगा है। मामले में जांच की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि आरोपी शायद अभी भी न पकड़ा जाता। लेकिन शुक्रवार को सोनीपत के रहने वाले प्रवीण समेत 11 पीड़ित आईजीआई एयरपोर्ट थाने पहुंच गए। जहां उन्होंने इस फर्जीवाड़े की बात बताई। इन्होंने पुलिस को आरोपी हेमंत के बारे में जानकारी दी। इसके बाद एसीपी वीरेंद्र मोर, एसएचओ यशपाल, एसआई मुकेश कुमार और हवलदार नितिन की टीम ने आरोपी को एयरपोर्ट परिसर से ही पकड़ लिया। पुलिस पूछताछ में इसने बताया कि 25 हजार रुपए महीने की तनख्वाह का झांसा देकर इसने इस तरह से करीब 20 बेरोजगारों को ठगा है। सभी से यह 10 हजार रुपए एडवांस के तौर पर लेता था। इनमें से 11 लोगों को इसने टी-3 के बाहर लिफ्ट और एस्केलेटर पर नौकरी भी दे दी थी।
इनमें से कुछ को यह 16-17 अगस्त से टी-3 पर एस्केलेटर और लिफ्ट के पास खड़ा कर रहा था। जिससे की उन्हें लगे कि उनकी नौकरी लग गई है। इन सभी से इसने कहा था कि कुछ ही दिनों में वह उन्हें आईकार्ड भी दे देगा। इसके बाद वह आराम से यहां नौकरी कर सकेंगे। यह सब फर्जीवाड़ा करते हुए यह 8-10 लोगों को हर रात यहां कथित तौर पर नौकरी कराने लाता था। आठ घंटे की नाइट शिफ्ट होती थी। इसके लिए बाकायदा रजिस्टर मेंटेन किया जाता था। इसने एयरपोर्ट टी-3 स्टाफ नाम से एक वॉट्सऐप ग्रुप भी बना रखा था, लेकिन जब लोगों को कुछ शक हुआ तो वह थाने पहुंच गए। जब जाकर इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ।