करीला मेले में दान पेटियों से निकले 26 लाख, मन्नत, भक्ति और राई डांस के लिए उमड़े लाखों

अशोकनगर : करीला मेले में कई राज्यों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मेला समाप्त होने के तीसरे ही दिन करीला मंदिर की दानपेटियों से 26 लाख रुपये की चढ़ौती निकली है. इसमें सोने-चांदी के जेवर, नगदी, नेपाल की मुद्रा और ब्रिटिश कालीन चांदी का सिक्का भी मिला है.
30 लाख के पार हो सकती है करीला में चढ़ौती
करीला मंदिर प्रबंध समिति के मुताबिक दान की राशि 26 लाख से बढ़कर 30 लाख रु तक हो सकती है. दरअसल, दानपेटियों में आए सिक्कों की गिनती नहीं हो सकी है. अनुमान है कि कुल चढ़ावा 30 लाख रु होगा. इसके अलावा, सोने-चांदी के आठ भारी आभूषण भी मिले हैं.
करीला में 25 लाख श्रद्दालु कर चुके मां जानकी के दर्शन
करीला मेला हर साल रंगपंचमी पर आयोजित होता है. इस तीन दिवसीय मेले में बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. अनुमान है कि रंगपंचमी के दिन करीब 25 लाख श्रद्धालुओं ने माता जानकी के दर्शन किए. श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. यहां की फेमस करीला राई डांस देखने भी लाखों लोग जुटी रहे. मान्यता है कि मन्नत पूरी होने के बाद कई परिवार यहां करीला राई डांस करवाते हैं.
करीला मेले तोड़ दिया पिछले साल का रिकॉर्ड
करीला मंदिर प्रबंध समिति के मुताबिक करीला मेले में श्रद्धालुओं की संख्या हर वर्ष की अपेक्षा इस बार ज्यादा रही. जिसके कारण इस बार दान पेटियों में राशि भी सबसे अधिक निकली. अगर विगत वर्षों का आंकड़ा देखा जाए, तो धन राशि लगभग 20 लाख रुपए तक ही सीमित रही. लेकिन इस बार राशि 26 लाख रुपए को भी पार कर गई और 30 लाख तक पहुंच सकती है.
सिक्कों की गिनती जारी
करीला मंदिर में दानराशि की गिनती गुरुवार सुबह 9 बजे शुरू हुई. इसमें 79 पटवारी और 60 कोटवार शामिल रहे.गिनती शाम 6 बजे तक चली. पहले दानपेटियों को खोला गया, फिर नोटों को छांटा गया और गड्डियां बनाई गईं. अंतिम गिनती शाम 5 बजे के बाद हुई, जिसमें सिक्कों की गिनती अभी जारी है.