नई दिल्ली। संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण के दौरान मंगलवार को लोकसभा में प्रियंका गांधी वाड्रा और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बीच सवाल जवाब का दौर दिखा। प्रियंका गांधी ने वायनाड में प्राकृतिक आपदा के बाद स्थानीय किसानों से जुड़ा सवाल कृषि मंत्री चौहान से पूछे। इसके जवाब में कृषि मंत्री चौहान से साफ कर दिया कि पीएम मोदी और केंद्र सरकार किसी राज्‍य के साथ भेदभाव नहीं करती है। उन्‍होंने आंध्र प्रदेश का उदाहरण देकर कहा कि दिक्‍कत हुई तब मैं खुद वहां गया था। 
लोकसभा में प्रियंका गांधी ने पूछा कि विदर्भ पैकेज के दौरान केरल के तीन जिलों को भी जोड़ा गया। वायनाड़ में आई प्रलह को देखकर क्‍या मंत्रालय वायनाड़ को लेकर कोई स्‍पेशन रिव्‍यू करने जा रहा है। इसके अलावा केरल के रबड़ किसान की परेशानियों को देखकर केंद्र कोई कदम उठा रही है। मिर्ची के दामों में उथल-पुथल को देखकर मंत्रालय के पास कोई स्‍पेशल प्‍लान है क्‍या? 
प्रियंका के सवालों को जबाव देने के लिए कृषि मंत्री चौहान खड़े हुए। उन्‍होंने कहा कि किसान किसान हैं, चाहे केरल का हो या कर्नाटक का। भेदभाव का कोई सवाल नहीं है। मैं यह निवेदन करना चाहता हूं कि जब इस तरह की आपदाएं आती हैं, तब केंद्र सरकार हर राज्‍य एसबीआरएफ के तहत राज्‍यों को राशि आवंटित करता है। योजना आयोग अनुशंसा करता है, उसके आधार पर ही ऐसा होता है। उसमें 75 प्रतिशत हिस्‍सा केंद्र का होता है और 25 प्रतिशत राशि राज्‍य की होती है। 
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि आंध्रप्रदेश और तेजंगाना में दिक्‍कत हुई थी। अत्‍यंत बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति पैदा हुई थी। केंद्रीय टीम वहां गई थी। वहां स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट भी समिट की थी। इसके आधार पर फिर एनडीआरएफ की राशि राज्‍य सरकारों को दी जाती हें। केरल को भी एनडीआरएफ के तहत 138 करोड़ दिए गए थे। शिवराज ने प्रियका गांधी के आखिरी सवाल पर कहा कि उन्‍होंने रेट की बात पूछी। मैं उन्‍हें बताना चाहता हूं कि पिछले दिनों चीनी के दाम कम हो गए थे। मिर्ची भी मसालों में आती है। हमारी सरकार ने तुरंत यह निर्णय लिया कि रेट चीनी के 11 हजार रुपये प्रति क्‍विंटल के हिसाब से खरीदी जाएगी।