नीम के ताजे पत्तों का सेवन: चैत्र मास में शरीर के लिए अद्भुत लाभ

नीम के फायदे: नीम का पत्ता स्वाद में जितना कड़वा होता है, लेकिन सेहत के लिए यह उतना ही फायदेमंद है. नीम के पत्ते में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. इसका सेवन करने से कई तरह की बीमारियों से बचाव होता है. चैत्र के महीने में नीम के पेड़ में नीम की ताजा पत्तियां लगती हैं. पूरे चैत्र के दौरान नीम के ताजा पत्तों का सेवन करने से शरीर में इम्यूनिटी बढ़ता है. खून साफ होता है, शरीर में बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ती है समेत कई फायदे मिलते हैं. हालांकि नीम के पत्ते के सही मात्रा में सेवन करने की जानकारी होना भी आवश्यक है.
शुक्ल पक्ष के दौरान लाली वाले नीम के पत्ते अधिक फायदेमंद
सदर अस्पताल कोडरमा में स्थित जिला आयुष विभाग के जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रभात कुमार ने लोकल 18 से विशेष बातचीत में बताया कि चैत्र महीने के दौरान कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष होते हैं. नीम के पत्ते का सेवन शुक्ल पक्ष में अधिक फायदेमंद होता है. उन्होंने बताया कि शुक्ल पक्ष में चंद्रमा की रोशनी बढ़ती है. शुक्ल पक्ष के दौरान नीम के लाली रंग के चार ताजा पत्ते को प्रतिदिन चबाकर सेवन करना है. इसके बाद पानी पी सकते हैं .उन्होंने बताया कि पूरी तरह से हरे नीम के पत्ते से कई गुना अधिक फायदा ताजा लाली वाले नीम के पत्ते से मिलता है.
पित्त, पेट, स्किन समेत कई परेशानियों में मिलेगी बड़ी राहत
उन्होंने बताया कि नीम के पत्ते का सेवन करने से सबसे बड़ा फायदा यह है कि शरीर में पित्त की जितनी भी विकृति रहती है. वह नीम के पत्ते का सेवन करने से पूरी तरह से समाप्त हो जाता है. उन्होंने बताया कि चैत्र शुक्ल पक्ष के दौरान प्रतिदिन चार नीम के पत्ते का सेवन करने से स्किन से जुड़ी तमाम तरह के परेशानियों में बड़ी राहत मिलती है. साथ ही कब्ज में राहत मिलती है और ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहता है. नीम के पत्ते का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होती है. बवासीर जैसे रोग से मुक्ति मिलती है.